इस ई-पत्रिका में प्रकाशनार्थ अपने लेख कृपया sampadak.epatrika@gmail.com पर भेजें. यदि संभव हो तो लेख यूनिकोड फांट में ही भेजने का कष्ट करें.

गुरुवार, 12 मार्च 2015

कंप्यूटर पर हिंदी कितना आसान

श्याम बाबू शर्मा

रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार रेलवे के सभी कंप्यूटरों में यूनिकोड सक्रिय करना आवश्यक है। इसके लिए रेलवे की उच्चस्तरीय समिति के माध्यम से भी निर्णय लिए जा रहे हैं। हमारा विभाग भी प्रत्येक कार्यालयों में जाकर हिंदी कार्यशालाओं के माध्यम से या प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से कंप्यूटरों में यूनिकोड सक्रिय करने एवं कंप्यूटर प्रयोक्ताओं को कंप्यूटर पर हिंदी यूनिकोड के माध्यम से कार्य करने के लिए सक्रिय है। देखने में आ रहा है कि अभी भी हमारे कंप्यूटर प्रयोक्ता बंधु हिंदी यूनिकोड को हौवा समझ रहे हैं। इसे अपनाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। उन्हें अपनी वही पुरानी पद्धति पर काम करना आसान लग रहा है। जिन कार्यालयों में राजभाषा विभाग ने जाकर कंप्यूटरों में यूनिकोड सक्रिय कर दिया है। उन पर काम करने वाले कुछ प्रयोक्ताओं ने अपनी दिक्कतें बताकर हिंदी यूनिकोड डीएक्टिवेट करने की गुजारिश की। इसका मूल कारण वही अपनी पुरानी पद्धति न छोड़ने की आदत। हमें इसे बदलना होगा। ऐसे प्रयोक्ताओं को कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित करना होगा। उन्हें समझना होगा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। बस लगन होनी चाहिए। मन में सदैव ही सफलता की कामना करना चाहिए। याद रखें, सफलता का सबसे पहला विचार मन में ही पनपता है। इस विचार को कार्यरूप में परिवर्तित करें। सफलता की कामना भी हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। कुछ नया सीखने के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए क्योंकि कोशिश का कोई विकल्प हो ही सकता।

हमने इसे अपना आदर्श वाक्य मानते हुए सदैव ही कुछ नया सीखने का प्रयास किया है। जब आदेश हुआ कि रेलवे पर कंप्यूटरों में हिंदी यूनिकोड सक्रिय करना है और उस पर हिंदी में काम करना है। हमें भी लगा था कि यहां तो हिंदी फोंट के माध्यम से हिंदी में काम तो होता ही है। फिर यूनिकोड को सक्रिय करने का क्या मतलब? पर जब आदेश आया है तो जरूर इसमें कुछ नया अवश्य होगा। इसी ध्यान में रखकर हमने इंटरनेट पर मौजूद अथवा इधर-उधर से, कंप्यूटर विशेषज्ञ मित्रों से ईमेल आदि से हिंदी यूनिकोड से संबंधित सामग्रियों का अध्ययन करना शुरू किया। इसका अध्ययन करने पर हमें इसकी विशेषताओं के बारे में पता चला। जिसके बारे में संक्षेप में इतना ही बताना चाहूंगा कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समर्थित मानक कोडिंग पर आधारित है। यह माइकोसाफ्ट आफिस के किसी भी एप्लीकेशन को सपोर्ट करता है। इसे सक्रिय करने बाद हम कंप्यूटर में वह सभी कार्य कर सकते हैं जो हम अब तक अंग्रेजी में करने के लिए बाध्य थे यानी फाइल का नाम देना, फाइंड-रीप्लेस, ऑटो नंबरिंग की सुविधा, डाटाबेस को वर्णानुक्रम में रखना, एक्सल में सेल ड्रैग की सुविधा आदि-आदि। इसे कंप्यूटर में सक्रिय (एक्टिवेट) करना भी काफी आसान है।

वर्तमान में सभी कंप्यूटर में कम से कम WINDOW 7 लोड है। आइए! देखते हैं कि कैसे हम अपने WINDOW 7 वाले कंप्यूटर में इसे सक्रिय कर सकते हैः-

Start बटन पर क्लिक करें और Control Panel में जाएं
  
Regional and Language option पर क्लिक करें। अब Regional Options पर क्लिक करें।
  
Location के ड्रॉप डाउन बॉक्स में से India का चयन करके OK बटन पर क्लिक करें।

Keyboards and Language विकल्प पर क्लिक करें, फिर Change Keyboard बटन पर क्लिक करें
उसके बाद Add बटन पर क्लिक कर दें।

Hindi विकल्प से भाषा का चयन करें

अब Devnagari Hindi (Inscript) और Hindi Traditional दोनों विकल्पों के बॉक्स पर क्लिक कर चेक (सही का चिह्न) करें।

OK बटन पर क्लिक करें और फिर Apply बटन पर क्लिक करें।
टास्कबार में दाहिनी ओर नीचे EN (अर्थात English) दिखाई देगा। अब नोटपैड या वर्ड पेज खोलें। Alt + Shift बटन दबाकर भाषा को बदलें। भाषा बदलने पर HI (अर्थात Hindi) दिखेगा।

लीजिए, आपके कंप्यूटर में हिंदी यूनिकोड सक्रिय हो गया। अब हम -

* ईमेल हिंदी में लिख सकते हैं, वेबसाइट हिंदी में सर्च कर सकते हैं.

*  वेबसाइट पर टिप्पणी हिंदी में दे सकते हैं.

*  फाइलों एवं फोल्डरों के नाम हिंदी में लिख सकते हैं.

*  सर्च के माध्यम से हिंदी में लिखे फाइलों को ढूंढ सकते हैं.

*  फाइलों में हिंदी के गलत शब्द फाइंड-रीप्लेस से ढूंढकर बदल सकते हैं.

*  हिंदी में ऑटो नंबरिंग का फायदा उठा सकते हैं.

*  हिंदी में डाटाबेस को वर्णानुक्रम में रख सकते हैं.

*  एक्सेस में हिंदी में तैयार डाटाबेस की क्वैरी कर सकते हैं.

*  वह सब कुछ कर सकते हैं जो पहले केवल अंग्रेजी में संभव था.


वरिष्ठ अनुवादक/परिचालन
पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर