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गुरुवार, 28 जुलाई 2016

भारतीय भाषाओं के संदर्भ में

'ध्वन्यात्मक' या 'लिप्यंतरण' कुंजीपटल
-श्याम बाबू शर्मा-
सोशल मीडिया पर मेरे कई मित्र भारत के विभिन्न राज्यों से संबंधित हैं और वे विभिन्न भाषा-भाषी हैं. उनसे मेरा संपर्क बना रहता है. मुझे उन्हें उनकी लिपि में संदेश भेजना ज्यादा अच्छा लगता है. इससे आत्मीयता भी बढ़ती है. स्पष्ट कर दूं कि मैं देवनागरी और रोमन छोड़कर अन्य लिपियों का विशेष जानकार नहीं हूं. फिर उन्हें उनकी लिपि में संदेश कैसे भेज पाता हूं? यह सब मैं 'लिप्यंतरण' के माध्यम से कर पाता हूं. यानी मैं रोमन लिपि में टाइप करके उस विशेष लिपि में परिणाम प्राप्त करता हूं. वैसे मेरे कई मित्र इसे 'ध्वन्यात्मक' कहते हैं. आइए इस पर थोड़ा विस्तार से चर्चा करते हैं.

आमतौर पर हम रोमन लिपि में लिखकर देवनागरी पाठ प्राप्त करने के लिए एक (आभासी) कुंजीपटल का उपयोग करते हैं. परन्तु सवाल यह उठता है कि इस कुंजीपटल को आखिर क्या बुलाया जाना चाहिए- 'ध्वन्यात्मक' या 'लिप्यंतरण’?  वैसे अक्सर लोग इसे 'ध्वन्यात्मक' ही कहते हैं. क्या वास्तव में ऐसा है?

इस मुद्दे को उठाने के पीछे मकसद यह है कि कई विशेषज्ञ मित्रगण इन्स्क्रिप्ट की-बोर्ड, जो भारतीय भाषाओं का मानक कुंजीपटल है, को ही 'ध्वन्यात्मक की-बोर्ड' के रूप में बुलाते हैं. उनका कहना काफी हद तक ठीक ही है, क्योंकि 'ध्वन्यात्मक' शब्द उस ध्वनि शास्त्र का प्रतिनिधित्व करता है जिस तरह से हम शब्दों का उच्चारण करते हैं. इसे इस रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है कि विभिन्न प्रतीकों के समूह, जिसमें हरेक प्रतीक एक विशेष ध्वनि निकालता है, इनके साथ मिलकर वाक् की ध्वनि बनती है.

इन्स्क्रिप्ट की-बोर्ड वास्तव में 'इंडिक ध्वन्यात्मक की-बोर्ड' है, क्योंकि यह हमें बिल्कुल उसी तरह से भारतीय भाषाओं में टाइप करने देता है जैसा कि हम किसी शब्द का उच्चारण करते हैं. उदाहरण के लिए तमिल टाइप करने के लिए हम देवनागरी इन्स्क्रिप्ट में त म ि ल टाइप करते हैं. यानी हम देवनागरी वर्णों को उसी तरह टाइप करते हैं जैसा कि हम उन्हें बोलने में करते हैं और इसीलिए भारतीय भाषाओं की दृष्टि से इंस्क्रिप्ट की-बोर्ड वास्तव में ध्वन्यात्मक कुंजीपटल है.

रोमन टाइपिंग आधारित ध्वन्यात्मक कुंजीपटल वास्तव में लिप्यंतरण कुंजीपटल है. यहाँ हम रोमन लिपि में ‘tamil’ टाइप करते हैं, और हमें परिणाम देवनागरी में तमिल मिलता है. इसमें एक बात गौर करने की है कि यहाँ हम हिंदी उच्चारण से मेल करने के लिए रोमन लिपि में टाइप करते हैं न कि अंग्रेजी वर्तनी के अनुसार. इसे निम्न उदाहरण से स्पष्ट किया जा सकता है-

यदि हम रोमन ध्वन्यात्मक विधि से india  टाइप करते हैं तो हमें परिणाम इंदिअ मिलता है. अतः सही शब्द इंडियाप्राप्त करने के लिए हमें inDiyaa टाइप करना होगा. वास्तव में इसे लिप्यंतरण कुंजीपटल कहना ज्यादा उचित होगा.

आशा है कि अब आपको स्पष्ट हो गया होगा कि हिंदी की अपनी स्वयं की ध्वन्यात्मक कुंजीपटल होती है यानी हम जैसा बोलते हैं वैसा ही टाइप करते हैं, जो इन्स्क्रिप्ट कहलाती है. जबकि अंग्रेजी का ध्वन्यात्मक कुंजीपटल, जो वास्तव में लिप्यांतरण कुंजीपटल होता है, इसके द्वारा आप भारतीय भाषाओं को उच्चारण करके अंग्रेजी की वर्तनी टाइप करके भारतीय भाषाओं के शब्द प्राप्त कर सकते हैं.

इस प्रकार अब उन उपयोगकर्ताओं को ध्वन्यात्मक या लिप्यंतरण शब्द भ्रमित नहीं करेगा. जो अब तक ट्रांसलिटरेशन की-बोर्ड को ध्वन्यात्मक के रूप में संबोधित करते रहे हैं. वैसे, एप्पल इसे देवनागरी क्वार्टीकहता है. जबकि मेरे अनुसार ट्रांसलिटरेशन को रोमनागरी कहना ज्यादा उचित रहेगा. यानी हम रोमन वर्तनी में टाइप करके देवनागरी शब्द प्राप्त करते है. सोशल मीडिया के मेरे कई मित्र हिंदी में लिखने के लिए इसी रोमनागरी का प्रयोग करते हैं. 

वरिष्ठ अनुवादक
राजभाषा विभाग/गोरखपुर