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रविवार, 16 जून 2024

वृक्षारोपण

             वृक्षारोपण 


                        भानु प्रकाश नारायण 

                            सूचना एवं प्रसार मंत्री 

            पूर्वोत्तर रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन, गोरखपुर।

*हम कौन कौन से पेड़ लगाएं कि ज्यादा लाभ हो और परिश्रम सही दिशा में हो…* *स्कंदपुराण* में एक सुंदर *श्लोक* है… *अश्वत्थमेकम् पिचुमन्दमेकम्* *न्यग्रोधमेकम् दश चिञ्चिणीकान्।।* *कपित्थबिल्वाऽऽमलकत्रयञ्च* *पञ्चाऽऽम्रमुप्त्वा नरकन्न पश्येत्।।*

*हम कौन कौन से पेड़ लगाएं कि ज्यादा लाभ हो और परिश्रम सही दिशा में हो…*

*स्कंदपुराण* में एक सुंदर *श्लोक* है…

*अश्वत्थमेकम् पिचुमन्दमेकम्*

*न्यग्रोधमेकम् दश चिञ्चिणीकान्।।*

*कपित्थबिल्वाऽऽमलकत्रयञ्च* *पञ्चाऽऽम्रमुप्त्वा नरकन्न पश्येत्।।*

*अश्वत्थः* = *पीपल* (100% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*पिचुमन्दः* = *नीम* (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*न्यग्रोधः* = *वटवृक्ष* (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*चिञ्चिणी* = *इमली* (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*कपित्थः* = *कविट* (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*बिल्वः* = *बेल* (85% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*आमलकः* = *आवला* (74% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

*आम्रः* = *आम* (70% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)

(उप्ति = पौधा लगाना)

*अर्थात्* - जो कोई इन वृक्षों के पौधो का रोपण करेगा, उन की देखभाल करेगा उसे नरक के दर्शन नही करना पड़ेंगे।

इस सीख का अनुसरण न करने के कारण हमें आज इस परिस्थिति के स्वरूप में नरक के दर्शन हो रहे हैं। अभी भी कुछ बिगड़ा नही है, हम अभी भी अपनी गलती सुधार सकते हैं।

*औऱ गुलमोहर* , *निलगिरी*- जैसे वृक्ष अपने देश के *पर्यावरण के लिए घातक* हैं।

पश्चिमी देशों का अंधानुकरण कर हम ने अपना बड़ा नुकसान कर लिया है।

पीपल, बड और नीम जैसे वृक्ष रोपना बंद होने से सूखे की समस्या बढ़ रही है।

ये सारे वृक्ष वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते है। साथ ही, धरती के तापनाम को भी कम करते है।

हमने इन वृक्षों के पूजने की परंपरा को अन्धविश्वास मानकर फटाफट संस्कृति के चक्कर में इन वृक्षो से दूरी बना कर *यूकेलिप्टस* (*नीलगिरी*) के वृक्ष सड़क के दोनों ओर लगाने की शुरूआत की। यूकेलिप्टस झट से बढ़ते है लेकिन ये वृक्ष दलदली जमीन को सुखाने के लिए लगाए जाते हैं। इन वृक्षों से धरती का जलस्तर घट जाता है। विगत ४० वर्षों में नीलगिरी के वृक्षों को बहुतायात में लगा कर पर्यावरण की हानि की गई है।

*शास्त्रों* में *पीपल* को *वृक्षों* का *राजा* कहा गया है

*मूले ब्रह्मा त्वचा विष्णु शाखा शंकरमेवच।*

*पत्रे पत्रे सर्वदेवायाम् वृक्ष राज्ञो नमोस्तुते।।*

*भावार्थ* -जिस वृक्ष की *जड़* में *ब्रह्मा* *जी* *तने* पर *श्री* *हरि विष्णु जी* एवं *शाखाओं* पर देव आदि देव *महादेव भगवान शंकर जी* का निवास है और उस वृक्ष के *पत्ते पत्ते* पर *सभी देवताओं* का *वास* है ऐसे वृक्षों के राजा पीपल को *नमस्कार* है…

आगामी वर्षों में प्रत्येक ५०० मीटर के अंतर पर यदि एक एक पीपल, बड़ , नीम आदि का वृक्षारोपण किया जाएगा, तभी अपना भारत देश प्रदूषणमुक्त होगा।

*घरों* में *तुलसी* के पौधे लगाना होंगे।

हम अपने संगठित प्रयासों से ही अपने "भारत" को प्राकृतिक आपदा से बचा सकते हैं।

भविष्य में भरपूर मात्रा में *प्राकृतिक* *ऑक्सीजन* मिले इसके लिए आज से ही अभियान आरंभ करने की आवश्यकता है।

आइए हम *पीपल* , *बड़*, *बेल*, *नीम*, *आंवला* एवं *आम* आदि *वृक्षों* को *लगा कर* आने वाली पीढ़ी को *निरोगी* *एवं* " *सुजलां* *सुफलां* *पर्यावरण*" देने का प्रयत्न करें।

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बुधवार, 12 जून 2024

मिसेज़ यूपी 2024: श्वेता श्रीवास्तव

  घरेलू महिलाओं को घर परिवार की सभी ज़िम्मेदारियों को निभाने के चलते अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौक़ा ही नहीं मिलता। नाइन एपम ग्रुप ऐसे ही महिलाओं के प्रतिभा को एक मंच देने का प्रयास करती रही है। इसी कड़ी में नाइन एपम संस्था ने खासकर घरेलू महिलाओं को एक पहचान दिलाने के लिए प्रतिभा सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया । मिस व मिसेज़ यूपी 2024 प्रदेश भर से कुल 25 मिस व 25 मिसेस महिलाओं को ऑनलाइन ऑडिशन के माध्यम से चयनित कर विगत दिनों बरेली में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई।

तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में चार अलग अलग राउंड हुए जिसने पहला टैर्जेट राउंड के माध्यम से सभी प्रतिभागियों ने अपने रुचि अनुसार नृत्य गायन अभिनय आदि से अपने प्रतिभा को प्रदर्शित किया । गोरखपुर के रेल परिवार के मुख्य यातायात निरीक्षक श्री रजत श्रीवास्तव की पत्नी मिसेज़ श्वेता श्रीवास्तव ने टैलेंट राउंड में क्लासिकल नृत्य कर सभी का मन मोह लिया । आगरा की कल्पना सिंह ने भी मयूर नृत्य करके बराबरी की टक्कर दी। अंतिम तीन राउंड में सभी प्रतिभागियों को अलग अलग परिधानों पर रैंप वाक करके सभी ने अपने प्रदर्शन कर लोहा मनवाया। गोरखपुर की श्वेता श्रीवास्तव ने भी सभी की तरह अलग अलग परिधानों में सर्वश्रेष्ठ प्रशंसनीय प्रदर्शन किया और सर्वाधिक अंक लेकर मिसेज़ यू पी 2024 की विजेता बनी।

  
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शुक्रवार, 7 जून 2024

प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक द्वारा निरीक्षण

 क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, गाजीपुर का निरीक्षण 


पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक श्री मनोज कुमार सिन्हा द्वारा आज 07 जून ,2024 को पूर्वोत्तर रेलवे के (Zonal Railway Training Institute )क्षेत्रिय रेल प्रशिक्षण संस्थान, गाजीपुर का निरीक्षण  किया गया।निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री शेख रहमान, ZRTI संस्थान के प्रधानाचार्य श्री संजय कुमार राय,सहायक वाणिज्य प्रबंधक(मुख्यालय) श्री ए.एन.त्रिपाठी, मुख्य अनुदेशक श्री ब्रजेश शुक्ला,  वरिष्ठ अनुदेशक श्री अरूण कुमार पाल, वार्डन श्री अभय नाथ सिंह यादव सहित सभी अनुदेशक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।  अपने निरीक्षण के क्रम में श्री सिन्हा ने ZRTI संस्थान का गहन निरीक्षण किया, जिसमें सबसे पहले परिचालन एवं वाणिज्य मांडल रूम का अवलोकन कर प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग के लिए आभासीय से अधिक क्रियाशील रूप में अपग्रेड  कर आपरेटिव बनाने हेतु निर्देश दिया और उन्होंने माडल रूम में लगे प्रतीकात्मक उपकरणों को क्रियाशील बना कर प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया जाए। प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक ने प्रशिक्षणार्थियों से क्लास रूम में बैठ कर अनुदेशकों  द्वारा पढाऐ जा रहे टापिक एवं पाठ्यक्रम  पर  जानकारी लेकर पढ़ाने के विधि का संज्ञान भी लिया । उन्होंने क्लास रूम्स में तापमान कम करने हेतु आवश्यकतानुसार एयर कूलरों एवं वातानुकूलित यंत्र लगाये जाने का निर्देश दिया और कहा कि अत्यधिक गर्मी में सहजता से प्रशिक्षण जारी रखने हेतु कूलर या एसी का लगाया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके उपरांत उन्होंने प्रशिक्षुओं के छात्रावास के कमरों में जाकर बारीकी से निरीक्षण किया । उन्होंने बेडरोल,मच्छरदानी,व्यायामशाला एवं शौचालयों का भी निरीक्षण कर हास्टल में मिलने वाली सुविधाओं का संज्ञान  लिया ।  इसके साथ श्री सिन्हा ने  मेस मे खाना बनाने की व्यवस्था से लेकर प्रशिक्षणार्थियों के खाने तक का सघन निरीक्षण किया और भोजन की गुणवत्ता जांचने हेतु मेस का भोजन चखा  । 

तदुपरान्त मुख्य वाणिज्य प्रबंधक  प्रशासनिक भवन के सभागार कक्ष में  आयोजित एक शैक्षणिक कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए रेलवे के वाणिज्य प्रबंधन से जुड़े अद्यतन नियमावली  के प्रति सजग रहने तथा नियमों में परिवर्तन के बारे में जिज्ञासु रहने,नित्य नये नियमों के बारे मे जानकारी हासिल करने हेतु निर्देशित किया  । उन्होंने कहा की वाणिज्य विभाग के कर्मचारियों रेल राजस्व के अर्जन से सीधे-सीधे जुड़े हुए हैं अतः उनका दायित्व है की वे नियमों की सटीक जानकारी रखें और तदुनुरूप रेल राजस्व बढ़ाने में अपना भरपूर योगदान देवें । इस दौरान उन्होंने वाणिज्य प्रशिक्षुओं को स्टेशनों पर ले जाकर   UTS,PRS,HHT एवं TMS की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देने का निर्देश दिया साथ ही (HHT) हैण्ड हेड टर्मिनल की कार्यप्रणाली समझाई । शैक्षणिक सेमिनार में कुल 78 प्रशिक्षणार्थी ने भाग लेकर यात्री आरक्षण प्रणाली,अनारक्षित टिकट प्रणाली,टिकट बनाने/निरस्तीकरण के नियमों,हैण्ड हेड टर्मिनल के प्रयोग,कैश रिसीव एवं डिस्पैच आदि के सही प्रोसीजर तथा विषम परिस्थितियों अपनाये जाने वाले नियमों पर भ्रांतियों का निवारण किया । सेमिनार का संचालन वरिष्ठ अनुदेशक श्री सुनील सिंह द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन ZRTI संस्थान के प्रधानाचार्य श्री संजय कुमार राय द्वारा  किया गया। 

पर्यावरण की शुद्धता के लिए प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक श्री मनोज कुमार सिन्हा द्वारा प्रशिक्षण केंद्र के प्रांगण में  पौधारोपण भी किया गया ।