हमारी ई-मैगजीन
.. अनामिका सिंह
कंप्यूटर के दृश्य
पटल पर,
लोचन लाभ मिलेगा।
पूर्वोत्तर का रेल
परिचालन
ई-मैगजीन में
रहेगा।।
चालन विधा और गति
मति
नयनों मे जन की
होगी।
श्री ज्ञान दत्त
पाण्डेय की
बहुविध ज्ञान कला
बोलेगी।।
ज्ञान वही विज्ञान
वही
जन की भागी जिसमें
हो।
क्रियाकलापों को छवि
दे
साए में छिपा भला
हो।।
है विश्व आज अति
वेगवान
कंप्यूटर का यह युग
है।
निस्सीम ज्ञान की धारक
यह
संयत्र बड़ा ही जटिल
है।।
आज विश्व का
कोना-कोना
निकट चला आया है।
ई का है यह गवर्नेस
सबका इससे भला हुआ
है।।
यह रेल खंड मेरा
अमोल
नव गति लेकर निखरा
है।
शुभ भाव समर्पित है
अनेक
नवल तेज बिखरा है।।
कनिष्ठ अनुवादक
केंद्रीय हिंदी अनुभाग
पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर
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