इस ई-पत्रिका में प्रकाशनार्थ अपने लेख कृपया sampadak.epatrika@gmail.com पर भेजें. यदि संभव हो तो लेख यूनिकोड फांट में ही भेजने का कष्ट करें.

मंगलवार, 17 सितंबर 2019

ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
श्री ओम प्रकाश नारायण
(सीवान)
ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
बड़ी अनमोल है भाषा,
इसी में प्‍यार का संवाद,
सुख-दु:ख बांटते है हम,
 बड़ी प्‍यारी दुलारी है,   
खुशी-दु:ख बांटते है हम,            ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
प्रीत की रित ,हार में जीत,
कंठ में गीत,नयन में प्रीत,
सिखाती सब पर्वो की रित,
बनाती सबको अपना मित,
ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
नदी घाटी समन्‍दर पार,
जब पहॅुची वहॉ  हिन्‍दी,
वहॉ भी बन गयी जाकर,
गले का हार ये हिन्‍दी,
ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
अगर चाहो पढ़ो टैगोर,
प्रितम सुन्‍दरम एकबाल को,

पढ़ो हिन्‍दी,गढ़ो हिन्‍दी,
पढ़ोगे बेहिचक तुम भी बिहारी लाल को,
ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
पढ़ो खुसरो को दिनकर को,
नेपाली की पढ़ो हिन्‍दी,
परी बनकर उतर आई हो,
जैसे स्‍वर्ग से हिन्‍दी,
ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
नयी पीढ़ी तुम्‍हारे नाम ,
एक संदेश लाया हॅू,
व्‍यथा अपनी सुनाने,
ऐ धरोहर आज आया हॅू्.
 ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा..............
समापन पर करो प्रण आज,
कि तुम प्रण निभाओगे,
ये हिन्‍दी राष्‍ट्रभाषा हो.
कदम मिलकर बढ़ाओगे,
ये हिन्‍दी हिन्‍द की भाषा
बड़ी अनमोल है भाषा,

1 टिप्पणी: