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बुधवार, 13 अक्तूबर 2021

समय का पहिया

 

    सृष्टि में एक समय ही है जो कभी ठहरता नहीं।अपनी गति से चलता रहता है। उसका एक-एक क्षण इतना अनमोल है कि दुनिया का सबसे धनी व्यक्ति भी अपनी समस्त संपदा व्यय करके भी बीते हुए क्षण को वापस नहीं ला सकता। इसी कारण समय को सबसे अनमोल माना गया है। समय और चरित्र के विषय में भी भी कहा भी गया है कि यदि धन चला गया तो समझिए कुछ नहीं गया, स्वास्थ्य सीन हुआ तो समझिए कुछ गंवाया और यदि समय और चरित्र नष्ट हो गए तो समझिए सब कुछ नष्ट हो गया। यही कारण है कि लोगों को नसीहत दी जाती है कि वह अपना समय व्यर्थ ना करें। समय के प्रत्येक क्षण में कुछ ना कुछ सकारात्मक करते रहे। 


    स्मरण रहे कि अगर आप सही समय पर अपना काम करते हैं तो ठीक। अन्यथा समय का वह पड़ाव गुजर जाता है। इसके साथ ही आपके जीवन में आया हुआ अवसर भी आपसे दूर हो जाता है। समय और अवसर एक दूसरे के अभिन्न मित्र हैं, जिन्हें तनिक भी लापरवाही पसंद नहीं है। ऐसे में जिस किसी भी व्यक्ति ने समय गवाया मानो उसने अब अवसर भी गवा दिया। प्राय: लोग अपने सही समय की प्रतीक्षा करते रहते हैं, लेकिन असल में आपके पास उपलब्ध समय का प्रत्येक क्षण ही सही होता है। सिर्फ आपको उसका उपयोग करना आना चाहिए। 


    समय बहुत शक्तिशाली जी होता है। वह किसी को घुटने टिकवा सकता है। ऐसे में समय को रोकने या उसके विरोध जाने से बेहतर है कि हमें उसके साथ कदमताल करके चलना चाहिए। जिस किसी ने भी अपने जीवन में समय को महत्व को समझ लिया तो निश्चय ही उसने अपने जीवन में सफलता सुनिश्चित करने का मार्ग खोज लिया। ऐसे में सभी लोगों को चाहिए कि वह समय की कीमत को समझें और उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का प्रयास करें। अगर कोई भी व्यक्ति इस मूल मंत्र को आत्मसात कर लेगा तो समझिए की उसकी प्रगति में कोई अवरोध नहीं आने वाला।


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