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सोमवार, 7 मार्च 2022

सफलता का रहस्य

आत्मविश्वास को सफलता की गारंटी तो नहीं माना जा सकता, परंतु इससे असफलता को मुकाबला करने की क्षमता अवश्य मिल जाती है। आत्मविश्वास जीवन का रक्षाकवच होता है, जिसकी मानसिक एवं आध्यात्मिक शक्ति के दम पर हम कठिन से कठिन कार्य को पूर्ण कर सफलता का वरण कर सकते हैं। कहते हैं कि इतिहास और कुछ नहीं। है, बल्कि उन लोगों की दास्तान है खुद पर "विश्वास था आत्मविश्वास कोई पैदाइशी गुण नहीं। समय, संघर्ष, तप, अनुभव और ज्ञान के आधार पर हो यह विकसित होता है। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है स्वयं को स्वीकार करना। प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी दिन में पारंगत होता है। इसीलिए •सर्वप्रथम अपनी क्षमताओं को स्वीकार कर उनकी सीमाओं को भांपना पूर्व उनमें सुधार की दिशा में आगे बढ़ने का अभिलव प्रयास करना चाहिए। इस प्रक्रिया में सकारात्मक सोच की महती भूमिका होती है। ऐसी सकारात्मक मनोवृत्ति भी सायंक अध्ययन एवं मनन से विकसित होती है। इसलिए आवश्यक है कि आप अपने भौतिक एवं आध्यात्मिक सान्निध्य को सुधारें। अपना प्रत्येक काम सकारात्मक सोच के साथ आरंभ करें। इस राह में यदि परिस्थितियां बहुत कठिन लगे तब भी वे कुछ नया सिखाने में सफल होती है। कुछ भी नया और रचनात्मक कार्य आपके आत्मविश्वास की वृद्धि में सहायक होता है। साथ ही सदैव चुनौतियों को स्वीकार करना सीखें और आगे बढ़ें। जैसे मी आप कुछ नया करना शुरू करेंगे तो आपके भीतर आत्मविश्वास दिखने लगेगा। अपने भीतर के गुणों के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व का भी हमारे आत्मविश्वास पर प्रभाव पड़ता है। जिस कार्य को करने में आपको डर लगता है यदि आप उसी चुनौती का सामना साहस के साथ करें तो वह आपके आत्मविश्वास को असाधारण रूप से संबल देगा। इसलिए आज ही यह संकल्प लें कि जो कार्य सबसे कठिन लगता है, सबसे पहले उसे पूर्ण करने के लिए आगे बढ़े।

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