इस ई-पत्रिका में प्रकाशनार्थ अपने लेख कृपया sampadak.epatrika@gmail.com पर भेजें. यदि संभव हो तो लेख यूनिकोड फांट में ही भेजने का कष्ट करें.

सोमवार, 11 अप्रैल 2022

संकल्प शक्ति

 संकल्प शक्ति


संसार में प्रत्येक मनुष्य अपने-अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रयासरत है। किसी का लक्ष्य बड़ा है तो किसी का लक्ष्य छोटा है। किंतु ऐसा कोई नहीं है जिसके जीवन का कोई भी लक्ष्य न हो तथा वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करना न चाहता हो । इनमें से कई मनुष्य लक्ष्य प्राप्त भी कर लेते हैं और कई मनुष्य अपने लक्ष्य से दूर ही रह जाते हैं। किसी भी लक्ष्य से को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प का होना अति आवश्यक है। संकल्प की शक्ति राह में आने वाली बाधाओं से संघर्ष के दौरान हमें लड़ने का साहस प्रदान करती है। तब व्यक्ति या उसके प्रयास नहीं हारते, बल्कि बाधाएं हार जाती हैं। संकल्प शक्ति के अभाव में अधिकांश लोग अपने लक्ष्य को बीच राह छोड़कर बैठ जाते हैं। इसके उपरांत उनके पास पछतावे के सिवाय कुछ भी शेष नहीं रह जाता है।

वास्तव में हमारे संपूर्ण जीवन में ही संकल्प का अत्यंत महत्व है। योग और ध्यान अभ्यास के जरिये हम अपनी संकल्प शक्ति को बढ़ा सकते हैं। इसके बल पर हम अपने जीवन को सही दिशा दे सकते । किसी भी अच्छी आदत के निर्माण अथवा बुरी आदतों को त्यागने के लिए संकल्प बेहद शक्तिशाली माध्यम है। संकल्प दृढ़ता से मनुष्य अपने जीवन की कमियों को भी समाप्त करके अपना उत्थान कर सकता है। विख्यात पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के पैर एक रेल दुर्घटना में बेकार हो गए थे। उसके बाद भी उन्होंने अपनी कमियों को नजरअंदाज करते हुए कृत्रिम पैरों से चलकर एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने में सफलता प्राप्त की। यह उनकी संकल्प शक्ति का ही प्रमाण है। इसी तरह दशरथ मांझी ने संकल्प शक्ति के बल पर अकेले ही पहाड़ को तोड़कर लंबे रास्ते को कम दूरी में तब्दील कर दिया।

अतः जब संकल्प दृढ़ होता है, तब प्रयासों में विफलता की आशंका समाप्त हो जाती है और हम अपने लक्ष्य या कार्य को निर्बाध रूप से पूर्ण कर लेते हैं। इसी प्रकार यदि हम भक्ति के मार्ग पर चलने का संकल्प लें तो ईश्वर को भी प्राप्त कर सकते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें