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मंगलवार, 20 जनवरी 2015

दुर्घटना के रोकथाम में काण्टीन्यूटी टेस्ट का महत्व 

रमेश चन्द्र श्रीवास्तव

गाड़ी की गति को नियंत्रित करने हेतु ब्रेक सर्वाधिक महत्वपूर्ण है एवं उसके प्रभाव के परिमाण को जांचने के लिये काण्टीन्यूटी-टेस्ट एक आसान जांच प्रक्रिया है।  ब्रेक के प्रभावी रूप से कार्य नहीं करने के कारण कई बार दुर्घटना हो जाती है।  विगत दिनों दिनांक 16.10.14 को इज्जतनगर मण्डल के कमालगंज स्टेशन से एक डेड-पॉवर एक मालगाड़ी में लगाया गया। डेड-पॉवर लगाने के बाद मालगाड़ी के ड्राइवर ने कण्टीन्यूटी-टेस्ट नहीं किया और सिगनल होने पर गाड़ी लेकर चल दिया। अगला स्टेशन शम्साबाद के डिस्टेण्ट-सिगनल के आस्पेक्ट को देखते हुए ड्राइवर ने गाड़ी की गति नियंत्रित करने के लिये जब ब्रेक लगाया तो ब्रेक नहीं लगा और मालगाड़ी शम्साबाद स्टेशन पर स्टार्टर से आगे बढ़कर सैण्ड-हम्प में घुसते हुए अवपथित हो गई।  यदि ड्राइवर एवं गार्ड ने कमालगंज स्टेशन पर डेड-पावर अटैच करने के बाद कण्टीन्यूटी टेस्ट किया होता तो यह स्थिति नहीं आती। अतः निम्नलिखित परिस्थितियों में कण्टीन्यूटी टेस्ट अवश्य किया जाना चाहियेः

(1) ट्रेन के आगे लोकोमोटिव या अतिरिक्त लोकोमोटिव जोड़े जाने पर;
(2) ट्रेन के पीछे लोकोमोटिव या अतिरिक्त लोकोमोटिव जोड़े जाने पर;
(3) कोई कोच या वैगन ट्रेन में किसी स्थान पर जोडे जाने पर;
(4) अन्तिम कोच या वैगन को छोड़कर कोई कोच या वैगन ट्रेन से अलग किये जाने पर;
(5) कोई ऐसा दोष, जिसे ठीक किये जाने के दौरान ट्रेन पाईप की काण्टीन्यूटी भंग हुई हो।

कण्टीन्यूटी टेस्ट करने के लिये निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनानी चाहियेः

(1) चालक ए-9 के हैण्डल को रनिंग स्थिति में करेगा तथा सुनिश्चित करेगा कि ब्रेक पाईप प्रेशर गेज में 5.0 किग्रा/सेमी² का प्रेशर हो गया है।

(2) चालक गार्ड से बात कर यह भी सुनिश्चित कर लेगा कि ब्रेक पाईप प्रेशर गेज में 4.8 अथवा 4.7 किग्रा/सेमी² प्रेशर आ गया है।

(3) अब चालक ए-9 के हैण्डल को एप्लीकेशन पोजीशन में ले जायेगा तथा ब्रेक पाईप प्रेशर को 1.0 किग्रा/सेमी² कम करेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि ब्रेक वान के ब्रेक पाइप प्रेशर गेज में 3.8 या 3.7 किग्रा/सेमी² का प्रेशर हो गया है।

(4) अब चालक गार्ड से बात कर यह सुनिश्चित करेगा कि ब्रेक पाइप प्रेशर गेज में 3.8 अथवा 3.7 किग्रा/सेमी² प्रेशर आ गया है।

(5) लोको के कण्टेल स्टैण्ड पर लगे ब्रेक पाइप प्रेशर गेज में 4.0 किग्रा/सेमी² का प्रेशर स्थिर हो जाने के पश्चात चालक एडिशनल सी-2 रिले वाल्व तथा लोकोमोटिव ब्रेक पाइप के बीच लगा आइसोलेटिंग काक (¾” कट-आउट काक) बन्द कर देगा।

(6) अब गार्ड निम्न प्रकार ब्रेक पाइप प्रेशर शून्य करेगाः

(क) यदि अन्तिम गाड़ी ब्रेकवान है तो गार्ड इमरजेन्सी वाल्व के हैण्डिल द्वारा

(ख) यदि अन्तिम गाड़ी ब्रेकवान नही है तो अन्तिम गाड़ी के पीछे वाला ब्रेक पाईप कट आफ एंगिल काक के हैण्डिल को घुमाकर परन्तु ब्रेक पाइप प्रेशर शून्य हो जाने के पश्चात काक को बन्द कर देगा।

(7) चालक यह सुनिश्चित कर लेगा कि लोको के कण्टेल स्टैण्ड पर लगे प्रेशर गेज में ब्रेक पाइप प्रेशर शून्य हो गया है।

(8) यदि ब्रेक पाइप प्रेशर नही गिरता है तो किसी कोच या वैगन का कोई कट आफ एंगिल काक बन्द हो सकता है, उसे खोल दें।

(9) यदि ब्रेक पाईप प्रेशर शून्य नही होता है तो हो सकता है कि एडिशनल सी-2/रिले वाल्व तथा लोकोमोटिव ब्रेक पाइप के बीच लगा कटआउट काक ठीक से बन्द न हो, उसे ठीक से बन्द कर दें।


उप मुपरिप्र/एफओआईएस
पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर

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