जिन्दगी
भानु
प्रकाश नारायण
मुख्य
यातायात निरीक्षक
सजते संवरते शख्सियत का
नाम है जिन्दगी
।
बनते बिगड्ते हालातों का
हिसाब है
जिन्दगी ।
कभी तो आस कभी तो विश्वास को
सहजने का नाम है जिन्दगी।
कभी खुशी तो कभी गम को
रमने का नाम है जिन्दगी।
कभी धूप कभी छाया को
आत्मसात करने का नाम है जिन्दगी।
आत्मसात करने का नाम है जिन्दगी।
कभी हंसने कभी रोने को
हिस्सा बनाने का नाम है जिन्दगी।
कभी सत्य कभी झूठ को
मनन करने का नाम है जिन्दगी।
तो कभी दूसरे के अरमानों को
सजाने का नाम है जिन्दगी।
नफरत की कुंठा को
हटाने का नाम है जिन्दगी ।
सबके लिए पल पल खुशियॉ
बांटने का नाम है जिन्दगी ।
हर आनन्द का लुत्फ
उठाने का नाम है जिन्दगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें