प्रेरणा
मानवीय जीवन अनेकानेक समस्याओं एवं चुनौतियों से भरा हुआ है। कार्य क्षेत्र कोई भी हो, हर जगह बाधा एवं चुनौतियां विद्यमान हैं। इस सत्य को नकारा नहीं जा सकता कि जितना बड़ा लक्ष्य होगा, उसकी राह में उतनी ही विकट चुनौतियां भी होंगी। जैसे किसी छोटी पर्वतमाला पर पहुंचना है तो उतनी चुनौतियों का सामना नहीं करना होगा, जितनी चुनौतियों का पर्वतारोहियों को संसार की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट तक पहुंचने में सामना करना पड़ता है । विश्व में तमाम बड़े आविष्कार शुरुआती असफलताओं की चुनौतियों से निपटने के बाद ही सफलता के लक्ष्य तक पहुंच सके हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं कि हम सभी जीवन में सफलता और उच्च स्थान चाहते हैं, परंतु सभी उसे प्राप्त नहीं कर पाते। वास्तव में जो व्यक्ति सकारात्मक दृष्टिकोण, उत्साही और धैर्यवान होते हैं, वहीं कुछ बड़ा कर पाते हैं। इसमें प्रेरणा अत्यंत अहम भूमिका निभाती है। सफलता की गाथाओं का हमारे इतिहास स्वयं इसका साक्षी है। मानवीय जीवन का कोई भी क्षेत्र हो, होश में सफलता के लिए यह तत्व आवश्यक हैं। इनमें भी प्रेरणा बहुत आवश्यक है, जिसके अभाव में लक्ष्यों की प्राप्ति मुश्किल है। जिन्होंने किसी से प्रेरणा को अपने जीवन का आधार बनाया, वे निश्चित ही सफलता प्राप्त करते हैं। सत्य तो यही है की प्रेरणा और उत्साह ही जीवन में सफलता की असल पूंजी है। उत्साह और प्रेरणा से ही बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं।
सत्य तो यह भी है कि उत्साह से भरा मन एक नई सोच का निर्माण करता है, जिसे हम नवाचार कह सकते हैं। जब हमारा मन-मस्तिष्क हर बाधा से लड़ने को तैयार हो जाता है, तभी राम में आई सभी बाधाओं को दूर करने का मंत्र मिल जाता है। इस प्रकार यदि हम महापुरूषों से प्रेरणा लेकर धैर्य और उत्साह एवं दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़े तो किसी भी चुनौती को पूर्ण कर सकते हैं।
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