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गुरुवार, 7 जुलाई 2022

दृढ़ संकल्प

 दृढ़ संकल्प


    जिस प्रकार किसी भी पूजा को प्रारंभ करने से पूर्व हाथ में जल लेकर संकल्प लिया जाता है उसी प्रकार किसी भी कार्य को करने के लिए उसे करने का संकल्प लिया जाता है। बगैर संकल्प हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं। संकल्प लेने के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत होती है। संकल्प के पश्चात प्रयास प्रारंभ होते हैं। जब संकल्प दृढ़ होता है तो प्रयास को हिम्मत मिलती है, विजय की राह आसान हो जाती है। हमारी सफलता हमारे संकल्प पर निर्भर करती है। हम जितना भरोसा अपने संकल्प पर करेंगे उसी अनुपात में हमें सफलता प्राप्त होगी। यदि हमारा संकल्प विजय का है तो हमारी सफलता भी निश्चित है। संकल्प सकारात्मक ऊर्जा के रूप में सह प्रेरक का काम करता है।

    जीवन में छोटे-छोटे संकल्प लेते रहना चाहिए। जब हम छोटे-छोटे संकल्पों को पूर्ण करते हैं तो आत्मविश्वास और हमारी क्षमता में वृद्धि होती है। दृढ़ संकल्प में असीम शक्ति होती है, जो व्यक्ति को किसी भी प्रकार की बाधाओं से जूझने में सक्षम बनाती है। हालांकि संकल्प लेकर उन्हें भूलना भी आम बात है। अक्सर हम देखते हैं कि नशे के आदी लोग रोज संकल्प लेते हैं कि वे अब आगे से नशा नहीं करेंगे, किंतु वे ऐसा नहीं कर पाते हैं, क्योंकि उनके संकल्प में दृढ़ता की कमी होती है। दृढ़ संकल्प शक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करने का मूल मंत्र है। जो संकल्प के साथ जीता है वह साधक होता है। कहते हैं कि एक सफल और असफल व्यक्ति के बीच में न तो योग्यता का अंतर होता है और न ही ज्ञान का, बल्कि अंतर है तो केवल दृढ़ संकल्प का और यही निर्णायक सिद्ध होता है।

    साहस और आत्मविश्वास से अवसर की पहचान होती है। यदि हम एक कोने में बैठकर जीवन गुजारने लगें तो यह बेहतरीन 'टानिक' हमें कोई लाभ नहीं पहुंचा सकेगा। हमें हर रात सोने से पूर्व तथा प्रातः कार्य आरंभ करने से पहले दृढ़ संकल्प लेना चाहिए कि 'मैं यह कर सकता हूं और करके रहूंगा।'

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