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बुधवार, 17 अगस्त 2022

सबसे बड़ा शिक्षक

 सबसे बड़ा शिक्षक


जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कवि। जहां न पहुंचे कवि, वहां पहुंचे अनुभवी । और जहां न पहुंचे अनुभवी, वहां पहुंचे स्वानुभवी । उक्त कहावत से इतना अवश्य ही सिद्ध होता है कि हमारे जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक है हमारा अनुभव, क्योंकि बाकी सभी शिक्षाएं तो हम स्कूली किताबों से प्राप्त कर लेते हैं, परंतु जीवन रूपी यात्रा में तो सीखने के लिए कोई किताब साथ नहीं होती। ऐसे में हमारा अपना अनुभव ही हमें सिखाता है कि क्या करें और क्या न करें।

हममें से ज्यादातर लोग कोशिश करने पर भी अतीत में किए हुए कर्मों को भुला नहीं पाते, पर क्या भूतकाल की स्मृतियों में रहने से हमारा वर्तमान या भविष्य सुधर पाएगा? नहीं। बीते समय के बारे में सोचने से हमारे भीतर केवल क्रोध, प्रतिशोध और असंतोष की भावना ही उत्पन्न होगी, जिससे न हमारा और न हमारे आसपास रहने वालों का कोई फायदा होगा। हर विफलता के पीछे सफलता का एक सुअवसर छुपा हुआ होता है। यह जीवन का सबसे बड़ा सत्य है। अतः असफलता के लिए पूर्व जन्म के कर्मों को दोष देना छोड़ कर राह में आई बाधाओं को दूर कर अपने कदम आगे बढ़ाते रहने में समझदारी हैं। उसी में हमारा और अन्य लोगों का कल्याण है।

विश्व में ऐसा कोई भी मानव नहीं है जिसने कष्ट न भोगे हों, क्योंकि हर एक को दर्द, पीड़ा एवं हार अपनी जीवन यात्रा के दौरान सहन करने ही पड़ते हैं। तो अपने अतीत के बारे में दुखी होकर सोचने के बजाय क्यों न हम यह सोचें कि हमने कितने दर्द भरे रास्तों पर चलकर आज यह लक्ष्य हासिल किया और आगे भी ऐसे ही सफलताओं को हासिल करते. रहेंगे। याद रखें ! ईश्वर कठिन परीक्षा उन्हीं की लेते हैं, जो उसमें उत्तीर्ण होने की योग्यता रखते हैं। यह आत्मविश्वास ही हमारे जीवन में अनंत खुशी का संचार करेगा और हम अपनी भूमिका को और सुदृढ़ रूप से निश्चिंत होकर निभा पाएंगे।


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