धूप के अभाव में कैसे मिले विटामिन-डी
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ
रोगों से बचाता है विटामिन-डी और इसका मुख्य स्रोत है धूप जानते हैं कि बारिश व ठंड में कैसे उठा
सकते हैं इसका लाभ ...हड्डियों की बीमारी, रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी, चेहरे में
झुर्रियां...। ऐसी एक नहीं ढेर सारी शारीरिक समस्याएं हैं, जिन्हें दूर करने
में विटामिन-डी की अहम भूमिका है। आमतौर पर सभी जानते हैं कि धूप खानपान से महज 20 फीसद और शेष सेंककर विटामिन-डी की कमी को धूप से प्राप्त होता है।
विटामिन-डी वसा पूरा किया जा सकता है, लेकिन धूप से में घुलनशील
विटामिन है और मानसिक विटामिन-डी सुबह सूर्य उगने से लेकर स्वास्थ्य के लिए बहुत
लाभदायक है। सुबह आठ बजे तक ही मिलता है। शरीर में इसकी मात्रा पर्याप्त होने
पर इसलिए इस धारणा से बचिए कि धूप में मस्तिष्क में सेरोटोनिन मेलाटोनिन कभी भी
बैठकर विटामिन-डी ले सकते व डोपामाइन की सक्रियता बढ़ती है, हैं। ये ही एक
ऐसा विटामिन है,
जो हमें जिससे अवसाद की आशंका कम होती है। इसके
साथ ही ये शरीर में कई पोषक तत्वों के निर्माण व पाचन में फास्फेट और कैल्शियम
जैसे खनिजों का अवशोषण करता है। शरीर में इसका नियंत्रित होना बहुत आवश्यक है। इसलिए चिकित्सक
विभिन्न बीमारियों में उपचार के साथ सुबह धूप में बैठने की सलाह देते हैं।मानसिक
स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है ठंड व बारिश में इस तरह लें लाभः बारिश व ठंड में हर दिन सुबह की
धूप नहीं मिलती। यदि शाम को सूर्यास्त के आधा घंटे पहले धूप में बैठने को
मिले तो मौका न छोड़ें। इस समय भी धूप से विटामिन-डी मिलता है। हालांकि इसकी
मात्रा सुबह की अपेक्षा कम होती है। इसके अलावा इन दोनों मौसम में ओट्स, अंकुरित अनाज, मशरूम, सोया मिल्क, बादाम आदि के पर्याप्त सेवन से विटामिन-डी की पूर्ति की जा सकती हैं। |
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